भारत सरकार के अधिकृत शिक्षा मंत्रालय द्वारा 5वी एवं 8वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए बड़े बदलाव के साथ नये नियम लागू किए गए हैं इन नए नियमों के मुताबिक, यदि कक्षा 8वीं तक का कोई भी विद्यार्थी वार्षिक परीक्षा में फेल होता है तो उसे अध्यापक द्वारा फेल किया जा सकेगा और फिर इसके बाद फेल विद्यार्थियों को दो माह के भीतर वापस से परीक्षा यानी बैक एग्जाम देने का अवसर दिया जाएगा।
जबकि पुराने नियमों में कक्षा आठवीं तक के किसी भी विद्यार्थी को फेल करने का प्रावधान नहीं था। शिक्षा मंत्रालय ने इस विषय में अधिसूचना जारी करते हुए 5वीं और 8वीं कक्षा की परीक्षाओं व परिणामों के प्रति नए नियम लागू किए हैं।
बीती 16 दिसंबर 2024 की तारीख को भारत सरकार की तरफ से ऑफिशियल नोटिफिकेशन जारी करते हुए ये नए नियम पूरे भारत भर में लागू कर दिए गए हैं।
कक्षा आठवीं तक के विद्यार्थियों के लिए नए नियम लागू
इस नए नियम के मुताबिक अब से पांचवी और आठवीं कक्षा के नियमित परीक्षाओं में भी विद्यार्थियों को फेल किया जाएगा और उस फेल विद्यार्थी को दो महीने में फिर से परीक्षा देने का अवसर भी दिया जाएगा।
यह शिक्षा क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है इसलिए अब सभी विद्यार्थियों को नियमित परीक्षाओं के लिए बेहतर तैयारी और कड़ी मेहनत करनी होगी। इसके बावजूद यदि विद्यार्थी बैक पेपर में भी फेल हो जाता है तो उसे अगली कक्षा में नहीं बैठाया जाएगा।
नई गाइडलाइन के अनुसार, यदि कोई विद्यार्थी वापस परीक्षा (बैक पेपर) में असफल हो जाता है तो उसे अगली कक्षा में नहीं भेजा जाएगा बल्कि उस विद्यार्थी को दोबारा से उसी कक्षा में पढ़ना होगा। इस दौरान छात्रों को उनकी प्रगति एवं सुधार के लिए शिक्षकों की ओर से विशेष मार्गदर्शन प्राप्त होगा।
इसके लिए अध्यापक न केवल विद्यार्थी के प्रदर्शन पर ध्यान देंगे बल्कि उनके अभिभावकों को भी आवश्यक सहायता प्रदान करने का प्रयास करेंगे जिससे कि छात्रों को शिक्षा में बेहतर बनाया जा सके।
नए नियम का उद्देश्य
शिक्षा क्षेत्र में इस नए नियम के लागू होने से विद्यार्थियों को रटने और प्रक्रियात्मक कौशल पर आधारित सवालों के बजाय उनके समग्र विकास और व्यवहारिक ज्ञान को परखा जाएगा जिससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि विद्यार्थियों को प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने तक किसी भी परिस्थिति में स्कूल से बाहर ना किया जाए।
इन नए नियमों को लाने व लागू करने के पीछे का मुख्य उद्देश्य था कि छात्रों को शिक्षा क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन के लिए शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया जा सके यह प्रयास छात्रों की बेसिक समझ एवं कौशल विकास को मजबूती प्रदान करेगा।